सीकेब ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के सहयोग से 3 दिन चलने वाली कॉन्फ्रेंस में देश विदेश से शिक्षाविदों ने की शिरकत
नई दिल्ली/ऑल इंडिया एजुकेशनल मूवमेंट(एआईईएम) ने अपनी 14वीं सालाना कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर्नाटक के ऐतिहासिक शहर बीजापुर में किया। ग़ौरतलब है कि सीकेब ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के सहयोग से 3 दिन चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में देश विदेश से शिक्षाविदों ने भाग लिया। एआईईएम की 8 से 10 नवम्बर तक चलने वाली इस कॉन्फ्रेंस में ख़ासतौर से पद्मश्री अवार्डी व जोधपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व वाईस चांसलर अख़्तर उल वासे ने दिल्ली से पहुचकर शिरकत की, उन्होंने इस मौके पर अपने बयान में शिक्षा के प्रचार व प्रसार के लिए कॉन्फ्रेंस को अहम करार दिया।
जहाँ एआईईएम के अध्यक्ष व मानू यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रो-वाईस चांसलर व इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के ट्रस्टी डॉ. ख़्वाजा शाहिद ने इस कॉन्फ्रेंस के मकसद को बयान किया। वहीं संस्था के महासचिव अब्दुल रशीद ने कॉन्फ्रेंस में आयोजित होने वाले सेशन्स पर एक ब्रीफ रिपोर्ट पेश की। संस्था की सरपरस्त व राज्य सभा सांसद व उपसभापति डॉ. फौज़िया खान द्वारा मौजूद लोगों को ऑनलाइन संबोधित किया गया।
कॉन्फ्रेंस के दौरान ही पिछली 13वी एआईईएम कॉन्फ्रेंस की एक बेहद डिटेल रिपोर्ट का ख़ालिद सैफ़ुद्दीन व मौजूद अतिथियों, पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा विमोचन किया गया जिसमें खास तौर से, मुज़फ़्फ़र अली, एडवोकेट असलम अहमद, एडवोकेट रईस अहमद, डॉ शहरयार सलीम, डॉ. इदरीस कुरेशी, मुईन अख्तर, सफी अनवरी, ऐजाज़ मोमिन, मंसूर आग़ा, सिकंदर इस्लाही, क़ाज़ी मोहम्मद मियां व ऐजाज़ गौरी आदि लोग पटल पर मौजूद रहे। इसके साथ ही इस कॉन्फ्रेंस में लिंगायत समुदाय के संत और संस्कृत महाविद्यालय के प्रमुख के अलावा सीकेब प्रमुख शमसुद्दीन पुनेकर व निदेशक सलाउद्दीन पुनेकर व शुजादुद्दीन पुनेकर इत्यादि भी मौजूद रहे।
इसके साथ ही एआईईएम कोर टीम ने मुम्बई के मशहूर ऐतिहासिक शिक्षण संस्थान अंजुमन इस्लाम के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. ज़हीर क़ाज़ी के अलावा भिवंडी में रईस हाई स्कूल व जूनियर कॉलेज, गुलबर्गा व बीदर में शाहीन के शिक्षण संस्थानों का भी दौरा किया तथा इनके प्रमुख डॉ अब्दुल क़दीर से भी खासतौर मुलाकातें की।