देवेंद्र यादव ने बजट सत्र की पूर्व संध्या पर भाजपा और अरविंद केजरीवाल की आप सरकार पर तीखा हमला बोला

Devendra Yadav
नई दिल्ली, 24 मार्च: को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेंद्र यादव ने बजट सत्र की पूर्व संध्या पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर तीखा हमला बोला। उनके बयान में दो मुख्य बिंदु सामने आए हैं: पहला, भाजपा सरकार द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण पेश न करना, और दूसरा, नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के आधार पर केजरीवाल सरकार के कुप्रबंधन और भ्रष्टाचार की आलोचना। आइए इन दोनों बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं।
1. आर्थिक सर्वेक्षण की अनुपस्थिति: हवाई महल बुनने का आरोप
श्री देवेंद्र यादव ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण बजट से पहले पेश करना एक सामान्य प्रथा है, जो आने वाले बजट के स्वरूप का संकेत देता है। यह सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन और वर्तमान स्थिति का व्यापक अवलोकन प्रदान करता है और नीति निर्माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
यादव का कहना है कि आर्थिक सर्वेक्षण के बिना बजट तैयार करना “हवाई महल बुनने” जैसा है, क्योंकि इसके अभाव में सरकार के पास दिल्ली के विकास और चुनावी वादों को पूरा करने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। उन्होंने उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने विभिन्न वर्गों के साथ बैठकें कीं और जनता से सुझाव लिए, लेकिन फिर भी भाजपा सरकार के पास कोई स्पष्ट रणनीति नहीं दिखती। उनका तर्क है कि यह सर्वेक्षण एक निदान रिपोर्ट की तरह कार्य करता है, जो बजट को उत्तरदायी और रणनीतिक बनाने के लिए आवश्यक है।
2. सीएजी रिपोर्ट और डीटीसी का घाटा: केजरीवाल सरकार पर हमला
दूसरी ओर, यादव ने सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का आरोप लगाया। इस रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) को 2021-22 में 8,498.35 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ। यादव ने दावा किया कि कांग्रेस सरकार के समय डीटीसी बिना घाटे के चल रहा था, लेकिन केजरीवाल के शासन में स्थिति बिगड़ गई। इसके पीछे निम्नलिखित कारण बताए गए:
  • बसों की संख्या में कमी: डीटीसी के बेड़े में पिछले 8 वर्षों में कोई नई बस नहीं जोड़ी गई। बसों की संख्या 4,344 से घटकर 3,937 रह गई।
  • रूट्स में कटौती: डीटीसी के कुल रूट्स 814 से आधे हो गए।
  • वित्तीय संकट: भ्रष्टाचार और अकुशलता के कारण डीटीसी लाभ से घाटे में चला गया।
यादव ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने अपनी सरकार के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए सीएजी रिपोर्ट को दिल्ली विधानसभा में पेश नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले कई वर्षों से इन खामियों को उजागर कर रही थी, लेकिन केजरीवाल ने इन्हें नजरअंदाज किया, जिसके परिणामस्वरूप डीटीसी गंभीर वित्तीय संकट में आ गया।
कांग्रेस की स्थिति और राजनीतिक रणनीति
इस बयान के जरिए देवेंद्र यादव ने भाजपा और आप दोनों सरकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस को दिल्ली के विकास के लिए बेहतर विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया, यह दावा करते हुए कि कांग्रेस के शासन में डीटीसी घाटे में नहीं था। यह बयान बजट सत्र से ठीक पहले, 24 मार्च, 2025 को आया है, जिसका उद्देश्य भाजपा सरकार पर दबाव डालना और जनता के बीच कांग्रेस की साख बढ़ाना है।
देवेंद्र यादव के अनुसार, आर्थिक सर्वेक्षण के बिना भाजपा सरकार का बजट बिना आधार का होगा, जो दिल्ली के मुद्दों को हल करने में असफल रहेगा। साथ ही, सीएजी रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने केजरीवाल सरकार को डीटीसी के पतन का जिम्मेदार ठहराया। यह बयान न केवल दोनों पार्टियों की आलोचना करता है, बल्कि कांग्रेस को एक सक्षम विकल्प के रूप में पेश करने का प्रयास भी है।