बाल विकास परियोजना विभाग में बड़ा गोलमाल ।

कमर खान
गैसड़ी / बलरामपुर,19 अगस्त, (एच डी न्यूज़)। बाल विकास परियोजना क्षेत्र गैसड़ी के अंतर्गत अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र आए दिन बंद रहता हैं जिससे गांव की धात्री व गर्भवती महिलाओं को बाल विकास विभाग से मिलने वाली सुविधाएं जन-जन तक नहीं पहुंच पा रही हैं और पात्र लाभार्थी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं क्षेत्र के अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र बंद होने की बात भी प्रकाश में आया है साथ ही कई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां ऐसे भी है जिनकी नियुक्ति होने के बाबजूद क्षेत्र से दूर दराज शहरों में रहकर अपना अन्य काम काज करके ऊंची धनर्जित करते हैं जिससे वह महीने में कभी-कभार आंगनबाड़ी केंद्र तक पहुंचती हैं और अपनी खानापूर्ति करके चली जाती हैं क्षेत्र के रतनपुर पश्चिम डीह का आंगनबाड़ी केन्द्र आए दिन बंद रहता है और परिसर में लोगों के लिए पेयजल व बाउंड्री वाल की सुविधा भी नहीं है साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन नहीं हुआ और भवन जर्जर अवस्था में पहुंच गई है इतना ही नहीं कुछ स्थानों पर तो आंगनबाड़ी केंद्र अक्सर बंद रहता है तो कुछ स्थानों पर आंगनवाड़ी को लोग जानते पहचानते भी नहीं हैं पुष्टाहार वितरण की बात तो बहुत दूर है।

क्षेत्र में अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री अपने स्थान पर अपने भतीजी, भयव, देवरानी व जेठानी से थोड़ा मोड़ा कम लेती हैं तो कुछ केंद्रो पर बगल के अध्यापकों से आंगनबाड़ी केंद्र का ताला खुलवा देती हैं लेकिन बच्चों के प्रौढ़ शिक्षा कार्य बाधित रहता है इसी तरह ग्राम पंचायत भदुई में दोनों मजरे पर आगनवाडी़ केन्द्र बना हुआ है लेकिन यहां ना तो कोई कार्यकत्री पोस्ट है और ना ही किसी तरह से यहां के कार्य संचालित हो रही है इस तरह आंगनबाड़ी केंद्र चिवटिहवा, जमुवरिया, सस्ता , भोजपुरी थारू, परसा, पलईडीह, भोजपुरी संत्री द्वितीय व बेनीनगर सहित कई स्थानों के आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहती है और आंगनबाड़ी कार्यकत्री अक्सर नदारत रहते हैं इतना ही नहीं और ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूँ कि कुछ आंगनबाड़ी केन्द्र दबंगों के कब्जे में है जिसके चलते भी आंगनबाड़ी केन्द्र का संचालन नही हो पा रहा है। सभी समस्याओं की हकीकत स्थलीय निरीक्षण करने के बाद दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जायेगा।

इस संबंध में जब जिला कार्यक्रम अधिकारी से फोन पर वार्ता करने का प्रयास किया गया तो फोन नाटचेबल का संकेत दिया जिससे अन्य बातों की जानकारी नहीं हो पाई फिर भी क्षेत्रीय लोगों ने उक्त समस्याओं पर ध्यान आकर्षित कराते हुए जांच करा कर दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई कराई जाने की मांग की है।