बुढ़ाना:17मई(अज़मतुल्ला खान एचडी न्यूज़)जमीअत उलमा बुढ़ाना के सदस्य गण आज लखनऊ में जमीअत उलमा-ए-हिंद के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम महासचिव मौलाना अब्दुल अलीम फारूकी (र) के इंतकाल पर लखनऊ स्थित मौलाना फारुकी के आवास पहुंच कर शोक व्यक्त किया ।जानकारी के अनुसार कस्बा बुढ़ाना से एक प्रतिनिधि मंडल मौलाना फारूकी के आवास पर मौलाना के छोटे भाई मौलाना अब्दुल अज़ीम फारूक़ी, मौलाना के बेटे मौलाना अब्दुल बारी फारूकी,मौलाना अब्दुल मलिक और मौलाना अब्दुर्रहमान हसन फारूकी आदि से मुलाकात की।मोहम्मद आसिफ क़ुरैशी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मौलाना का मुजफ्फरनगर,बुढ़ाना में बड़े बड़े प्रोग्रामों में तशरीफ लाये हैं , दुरओ दराज़ के अहले इल्म हज़रात बहुत लगाव रखते थे। आसिफ कुरैशी ने कहा की मौलाना मरहूम एशिया की धार्मिक सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी दारुल उलूम देवबंद की सुप्रीम कमेटी के पुराने सदस्यों में से एक थे और दारूल उलूम की आवाज़ को दुनियाभर में पहुंचाते थे। मौलाना नज़र मुहम्मद ने कहा की मौलाना फारुकी (र) ने सहाबा ए किराम के मिशन को बढ़ाने में अहम किरदार निभाया है। मरहूम सहाबा ए किराम के संबंध में बहुत ही मालूमात रखते थे और सहाबा की शान में बड़े बड़े प्रोग्रामों को खिताब किया करते थे। मुफ्ती अब्दुल कादिर ने उनकी खूबियों को बताया और कहा की मौलाना का चले जाना बहुत दुख की घड़ी है।दिवंगत मौलाना का कोई उत्तराधिकारी नज़र नहीं आ रहा है और न ही उनकी जगह लेना संभव है।