स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्र समेत 15 गांवों को संवेदनशील श्रेणी में रखा है।
शामली, 30 मार्च (उज़मतुल्ला खान/एचडी न्यूज़) मौसम में बदलाव और गर्मी की तीव्रता के कारण डेंगू और मलेरिया बुखार की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के शामली, थानाभवन और कैराना अरबन क्षेत्र समेत 15 गांवों को संवेदनशील श्रेणी में रखा है। इन गांवों में पिछले साल डेंगू के 30 केस मिले थे। इन गांवों में इस बार स्वास्थ्य विभाग का फोकस रहेगा। स्वास्थ्य विभाग इन गांवों में लोगों को डेंगू व मलेरिया आदि से बचाव के लिए जागरुकता अभियान चलाएगा। इसके लिए विभाग की तरफ से माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है।
इस महीने में मौसम में तेजी से बदलाव आया है। कई दिन से दिन में तेज धूप निकलने से मौसम गर्म हो रहा है। मौसम गर्म होेने के साथ ही मच्छरों का आतंक भी शुरू शुरू हो गया है। मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल जहां डेंगू के केस मिले थे, उन गांवों को चिह्नित कर संवेदनशील श्रेणी में शामिल किया है। इनमें सबसे ज्यादा पांच गांव कैराना ब्लाॅक के हैं। अरबन कैराना में चार केस डेंगू के मिले थे। इसके अलावा बधेव गांव में तीन, कसेरवा, अलीपुर और पावटी कला में एक-एक डेंगू का केस मिला था। इस तरह से कैराना ब्लाॅक में पिछले साल डेंगू के दस केस सामने आए थे। कुड़ाना ब्लाॅक में गांव खानपुर तलवा माजरा, जलालपुर व सिंभालका में एक-एक डेंगू का केस सामने आया था।
थानाभवन ब्लाॅक में अरबन थानाभवन, उस्मानपुर, बाबरी व बंतीखेड़ा में एक-एक डेंगू का केस, कांधला ब्लाॅक के गांव कनियान व नाला में एक-एक और शामली ब्लाॅक में अरबन शामली में आठ केस डेंगू के मिले थे जबकि दूसरे जिले और प्रदेश में यहां के रहने वाले तीन लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। इस तरह से पिछले साल 2023 में जिले में डेंगू के 30 केस सामने आए थे जबकि मलेरिया के 69 केस मिले थे। 2022 में डेंगू के 92 और मलेरिया के 91 केस मिले थे। ऊन ब्लॉक में कोई गांव संवेदनशील श्रेणी में नहीं रखा गया है। इस साल इन गांवों पर स्वास्थ्य विभाग का फोकस रहेगा। अगर इन गांवों में डेंगू का कोई केस मिलता है तो तत्काल वहां पर एंटी लार्वा कीटनाशक दवा का छिड़काव, फोगिंग आदि कराई जाएगी। इसके साथ ही लोगों को स्वास्थ्य शिक्षा देकर जागरूक किया जाएगा। सीएमओ डॉ. अनिल कुमार ने बताया जिन स्थानों पर पिछले साल डेंगू व मलेरिया के केस मिले थे, वहां पर विभाग की तरफ से निगरानी रखी जाएगी। इन गांवों में स्वास्थ्य टीम लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करेगी।
सीएमओ शामली डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि निगरानी के साथ-साथ दवा का छिड़काव भी कराया जाएगा।