समाज को अनावश्यक मुद्दों से ध्यान हटाकर रचनात्मक कार्यों पर ध्यान देना होगा:ज़ाकिर हुसैन
आज़मगढ़ 9 नवम्बर (संवाददाता) सैकड़ों मरीजों को मुफ्त रक्त उपलब्ध कराने वाली जानी-मानी संस्था अल-फलाह फाउंडेशन और डॉ. आसिफ के प्रयासों से सीधा सुल्तानपुर गांव की एक गरीब लड़की की जान बच गई। बच्ची ने पंद्रह दिन से कुछ नहीं खाया था, हालत ऐसी थी कि घरवाले उसके मरने का इंतजार कर रहे थे. जब अल फलाह फाउंडेशन ब्लड डोनेट ग्रुप के संस्थापक जाकिर हुसैन को खबर मिली तो वह तुरंत अख्तरी अस्पताल के मालिक और सराय मीर वेलफेयर सोसायटी के डॉ. फहद की मदद से उन्हें सरायमीर डॉ. आसिफ के पास ले गए। खून की जरूरत पड़ने पर अल फलाह फाउंडेशन की ओर से खून की व्यवस्था की गई, इस दौरान रात 12 बजे संस्था कार्यकर्ताओं को ट्रैफिक पुलिस से 4000 का जुर्माना भी भरना पड़ा. ऐसे में अल फलाह फाउंडेशन के लोग लगातार दो दिन और दो रात जागते रहे. इस केस में अल फलाह फाउंडेशन के वसीम, आजम,माज़ और अन्य लोगों ने अपनी अहम भूमिका निभाई. अल्हम्दुलिल्लाह लड़की आज ठीक है। इस मौके पर अल फलाह फाउंडेशन के संस्थापक जाकिर हुसैन ने कहा कि इस मामले में असली बलिदान जनाब डॉ. आसिफ साहब का है, हम सभी उनके आभारी हैं, साथ ही डॉ. फहद साहब की अहम भूमिका है।जाकिर हुसैन ने आगे कहा कि समाज के लोगों को ऐसे कार्यों में आगे आना चाहिए. अनावश्यक मुद्दों से हटकर
समाज को रचनात्मक कार्यों पर ध्यान देना होगा।।