ग्राम कोहडौरा बजरिया के किसानों ने समस्याओं को लेकर और मानक विहीन हो रहे कार्य को लेकर किया प्रदर्शन ।

Balrampur

कमर खान

गैसड़ी / बलरामपुर: चित्तौड़गढ़ जलाशय से रजडेरवा मुख्य नहर पर करोड़ों रुपए की लागत से बन रहे ब्रिक लाइनिंग में भारी घोटाला करने का आरोप किसानों ने लगाया है गिट्टी की जगह ईटा लगाकर फाउंडेशन बनाया जा रहा है वहीं निर्माण कार्य में मानक विहीन बालू , ईट अन्य सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है क्षेत्र वासियों ने निर्माण कार्य की जांच करा कर जिम्मेदार ठेकेदार व लिप्त विरुद्ध कार्यवाही कराने की मांग की है।
चित्तौड़गढ़ जलाशय से निकली रजडेरवा मुख्य नहर पर करोड़ों रुपए की लागत से जगह जगह ब्रिक लाइनिंग का निर्माण किया जा रहा है
निर्माण में मानक विहीन पीला ईट, लोकल बालू एवं सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है जिससे आने वाले पहली बरसात में ही नहर में दरारें आ जाएगी और जल्द ही टूटकर पानी में बह जाने की आशंका जताई है । किसानों की खेतों तक पर्याप्त पानी पहुंचाने के लिए सिचाई विभाग द्वारा दावा किया जाता है। लेकिन किसानों को कोई लाभ नही मिलता है माइनर के अंतिम छोर के खेतों तक नहर का पानी नहीं पहुंचता । हर साल सिचाई विभाग द्वारा नहर के नाम पर करोड़ों रूपये पानी की तरह बहा दिया जाता है जिसका लाभ किसानों को नही बल्कि ठेकेदारो व जिम्मेदार अधिकारियों को मिलता है । वैसे
निर्माण में बेस फाउंडेशन में गिट्टी की जगह ईटा का प्रयोग कर अनियमितता की जा रही है । नहर टूटने से शासन की राशि बर्बाद होगी साथ ही किसानों की फसल भी चौपट होने की आशंका बनी रहती है। इतना ही नहीं निर्माण स्थल से समरी बोर्ड गायब है जब कि राज्य सरकार का निर्देश है कि किसी भी प्रकार के शासकीय निर्माण कार्य में मानक सूचना बोर्ड लगाना अनिवार्य है। जिससे आम नागरिकों को उक्त निर्माण कार्य की लागत, मापदंड, संबंधित ठेकेदार के फर्म व संबंधित अधिकारियों का नाम नंबर और संबंधित इंजिनियर, एसडीओ का नाम नंबर पता चल सके लेकिन ठेकेदार द्वारा योजना पर पलीता लगाते हुए नहर निर्माण कार्य तीव्र गति से चलाया जा रहा है । वही आक्रोशित किसानों ने विरोध प्रदर्शन भी किया है स्थानीय लोगो और जनप्रतिनिधियों ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह लगाया है।
पूरे नहर निर्माण कार्य में कही भी ठेकेदार द्वारा वाइब्रेटर का उपयोग नहीं किया जा रहा है। जिससे गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजिमी है। ज्ञात हो की वाइब्रेटर चलाने से सिमेंट, गिट्टी मटेरियल की खपत ज्यादा होती है। जिसको बचाने के लिए ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण किया जा रहा है जो आने वाले समय में नहर टूटने की आशंका जताते है । क्षेत्रिय किसान गौकरन सिंह ,विजय, समीम, सहदेव ,दयाशंकर ,कल्लू,भोला, आनंद,धर्मपाल,भगवत प्रसाद, इसरार,रामलखन,रामजस,सलीम, नौशाद, अनिल,फागू, तिलकराम ,अवधराम,अब्दुल रहमान, ने बताया इस समय गेहूं और लाही में पानी की बहुत ही आवश्यकता है नहर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। कई बार ठेकेदार स्थानीय लोगों ने कहा मानक के अनुसार कार्य कीजिए लेकिन ठेकेदार अपने मनमानी तरीके से कार्य करा रहे हैं जिससे आक्रोशित लोगों ने मामले की जांच जिलाधिकारी महोदय से कराये जाने की मांग की है वही इस सम्बन्ध में एस डी ओ सूरज सिंह ने बताया कि मामले की स्वयं जांच करेगें यदि मानक विहीन पाया गया तो तत्काल ध्वस्त कराकर मानक अनरूप कराया जायेगा।