नई दिल्ली, 10 जुलाई । इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर (आईआईसीसी) की शान को बढ़ाने का संकल्प लेते हुए सामाजिक कार्यकर्ता, चेयरमैन,सोशल मीडिया दिल्ली प्रदेश कांग्रेस और आईआईसीसी कार्यकारी समिति के सदस्य पद के उम्मीदवार मोहम्मद हेदायतुल्लाह ‘जेंटिल’ ने कहा कि इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर मिल्लत की अमानत है, इससे पूरे क़ौम की उम्मीदें जुड़ी हैं और वह इसलिए इसमें सक्रिय भूमिका निभाएंगे। उन्होंने ने कहा कि इस्लामिक सेंटर सिर्फ एक संस्था नहीं बल्कि हमारी विरासत है और चुनाव के दौरान इसकी गरिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि यह मुसलमानों का एकमात्र केंद्र है जिसके सदस्य दुनिया भर में फैले हुए हैं, जिनमें उच्च अधिकारी, मुस्लिम नेता, राजनीतिक नेता, न्यायाधीश, अधिवक्ता, सिविल सेवा अधिकारी और जीवन के सभी क्षेत्रों के सर करदा लोग हैं।
इस प्रतिष्ठित इस्लामिक केंद्र के संस्थापकों में भारत के उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति एम. हिदायतुल्ला, हकीम अब्दुल हमीद, मुफ्ती अतीकुर रहमान, बदरुद्दीन तैय्यबजी, बेगम आबिदा अहमद, सैयद शफी, जी. नक्शबंदी, चौधरी आरिफ और मूसा रज़ा जैसे अहम् व्यक्तित्व रहे हैं। अब भी इसके सदस्यों और पदाधिकारियों में प्रमुख मुस्लिम अफ़राद (लोग ) शामिल हैं।
श्री मोहम्मद हेदायतुल्लाह ‘जेंटिल’ ने आईआईसीसी के सभी सदस्यों से 11 अगस्त को होने वाले इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर के चुनाव में ऐसे उम्मीदवारों को चुनने की अपील की, जिनमें सेंटर की शान बढ़ाने का जुनून हो। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सिर्फ एक इमारत नहीं बल्कि मुसलमानों के लिए उम्मीद का केंद्र है और इसे किसी भी हालत में ढहने नहीं दिया जाना चाहिए।
बता दें की मोहम्मद हेदायतुल्लाह ‘जेंटिल’ सिराज कुरेशी के पैनल वाले और जाने-माने कैंसर डॉक्टर अब्दुल माजिद तालिकोटी अध्यक्ष पद उमीदवार के ग्रुप मैं शामिल हैं. कहा जाता है कि उन्हें महत्वपूर्ण लोगों का समर्थन प्राप्त है।