कांवड़ यात्रा:देवभूमि में तैयारियां जोरों शोरों पर,

इंटरस्टेट मीटिंग में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों के साथ-साथ रेलवे अधिकारी से डीजीपी अभिनव कुमार चर्चा करेंगे

कांवड़ यात्रा 22 जुलाई 2024 को शुरू होगी और इसका समापन 2 अगस्त 2024 को होगा

दहरादूनःजुलाई 1(एचडी न्यूज़) हिन्दी पंचांग एवं भक्तों के अनुसार कांवड़ यात्रा 22 जुलाई 2024 को शुरू होगी और इसका समापन 2 अगस्त 2024 को होगा। ऐसे में देवभूमि में लाखों की संख्या में लोग कावड़ लेकर पहुंचेंगे, जिसके लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. अलग-अलग राज्यों से आने वाले कांवड़ियों को किसी तरह की असुविधा ना हो, इसके लिए बैठकों का दौर जारी है. इसी कड़ी में इंटरस्टेट मीटिंग होने वाली है. यह मीटिंग पुलिस मुख्यालय में होने वाली है. मीटिंग में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों के साथ-साथ रेलवे अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. डीजीपी अभिनव कुमार सभी अधिकारियों से चर्चा करेंगे. कांवड़ मेले की सुरक्षा के साथ संदिग्धों पर नजर बनाने को लेकर चर्चा होगी. जिला प्रशासन कांवड़ मेले की तैयारी में जुट गया है. हर साल लाखों की संख्या में शिव भक्त कांवड़िए हरिद्वार गंगा जल लेने के लिए पहुंचते हैं. कांवड़ियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा के लिए प्रशासन कई स्तरों पर व्यवस्थाएं करता है. ऐसे में अब मेले की तैयारी के लिए अधिकारियों की मीटिंग का दौर भी शुरू हो गया है.बता दें कि कुछ दिन पहले प्रशासन के अधिकारियों ने स्थानीय व्यापारियों के साथ मीटिंग कर उनके सुझाव मांगे थे. बीते बुधवार को यानी हरिद्वार कलेक्टर सभी विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई थी. इस दौरान श्रृद्धालुओं की सुविधाओं समेत मेले के तमाम इंतजाम पर चर्चा की गई. मीटिंग में सड़कों के गड्ढे, पेयजल, बैरिकेडिंग, बिजली, मेडिकल कैंप समेत कई जन सुविधाओं को लेकर चर्चा हुई.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी के दिशा-निर्देश

उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी ने दिशा-निर्देश दिये कि आगामी पर्व-त्योहारों के सौहार्दपूर्ण आयोजन किया जाए

कांवड़ यात्रा हो या मुहर्रम, आस्था का सम्मान, नई परंपरा को अनुमति नहीं।

दूसरे की धार्मिक भावना को आहत करने वालों के साथ कड़ाई से निपटें।

धार्मिक यात्राओं/जुलूसों में किसी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन नहीं।

कांवड़ यात्रा का पारंपरिक हिस्सा है नृत्य-संगीत, लेकिन तय सीमा से अधिक तेज न बजाएं।

कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि का खरीद-बिक्री न हो।

यूपी पुलिस का फरमान: कावड़ मार्ग पर मुस्लिम ढाबा और रेस्टोरेंट के मलिकान को अपने नाम लिखने होंगे नाम न लिखने पर ढाबे और रेस्टोरेंट बंद कर दिए जाएंगे।

जिला मुजफ्फरनगर से गुजरने वाली कावड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कार्य शुरू कर दिया है। कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले मुस्लिम ढाबा एवं रेस्टोरेंट संचालकों से पुलिस ने संपर्क कर उन्हें ढाबे पर अपना नाम जरूर लिखने के निर्देश दिए हैं।पुलिस ने कांवड़ियों की सुरक्षा एवं सुगमता के लिए कार्य शुरू कर दिए हैं। कांवड़ मार्ग में खराब सड़कों की मरम्मत, जलभराव को दूर करने, बिजली के तारों को खिंचवाने के अलावा कमजोर पेड़ों की छंटाई के लिए संबंधित विभागों को पुलिस की ओर से पत्र भेजा गया है।सीओ राम आशीष यादव ने बताया कि क्षेत्र में कांवड़ियों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व ही सभी कार्य पूर्ण कर लिए जाएंगे।

कावड़ मार्ग पर ढाबा एवम रेस्टोरेंट मुस्लिम संचालकों को अपना नाम लिखना जरूरी।

यूपी पुलिस हकांवड़ मार्ग में मुस्लिम ढाबा एवं रेस्टोरेंट संचालकों से संपर्क किया गया है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि कांवड़ यात्रा के समय मुस्लिम समाज के लोग अपने ढाबे व रेस्टोरेंट खोलते हैं तो प्रोप्राइटर में अपना नाम लिखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने वालों के ढाबे एवं रेस्टोरेंट बंद करा दिए जाएंगे। मार्ग में होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित विभागों को पत्र भेजा जा चुका है। जिला स्तरीय शासन प्रशासन कावड़ यात्रा को पुर अमन तरीके से संपन्न करने का अहम किरदार अदा करेगी।