सहयोग संस्था، समाज के कमजोर वर्गों के सशक्तिकरण का एक प्रमुख स्रोत हैः तारिक अनवर 

{"remix_data":[],"remix_entry_point":"challenges","source_tags":[],"origin":"unknown","total_draw_time":0,"total_draw_actions":0,"layers_used":0,"brushes_used":0,"photos_added":0,"total_editor_actions":{},"tools_used":{},"is_sticker":false,"edited_since_last_sticker_save":false,"containsFTESticker":false}

सहयोग अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी का वार्षिक कार्यक्रम हुआ आयोजित 

नई दिल्ली, आपसी सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए, पूर्व केंद्रीय मंत्री और कटिहार से लोकसभा सदस्य, तारिक अनवर ने कहा कि सहकारी बैंक या सहयोग सहकारी समिति लोगों के लिए व्यापार या व्यक्तिगत समर्थन का एक बड़ा स्रोत है और यह कई छोटे उद्यमियों के जीवन में सुधार करता है.एक वर्ष में सहयोग के प्रदर्शन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सहयोग द्वारा किए गए निर्माण कार्यों से समाज के कमजोर वर्गों को बहुत लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि सहयोग ने एक वर्ष के भीतर कई कमजोर वर्गों को ब्याज मुक्त ऋण दिए हैं, जिससे इन छोटे व्यवसायियों का जीवन आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की मदद करना सामाजिक दायित्व है और सहयोग इस काम को अच्छी तरह से कर रहा है। देश के लोगों की आर्थिक कमजोरी पर प्रकाश डालते हुए श्री तारिक ने कहा कि लोगों की आर्थिक कमजोरी ऐसी है कि आज भी यहां के 80 करोड़ लोग मुफ्त खाद्यान्न पर निर्भर हैं। लोगों को आत्मनिर्भर बनने की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें हर चीज के लिए सरकार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए और हमें कुछ काम भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सहयोग एक बड़ा साधन है।
इस अवसर पर मेडिकेंट अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक और कैंसर विशेषज्ञ डॉ. माजिद अहमद टालीकोटी ने सहयोग के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह कतरा कतरा दरया बन जाता है, उसी तरह, छोटे छोटे पैसे मिलकर उद्यमियों की मदद करते हैं और उद्यमियों को व्यवसाय के लिए ऋण दिया जाता है। जिससे वह अपने जीवन की गाड़ी खीच लेते हैं। आपसी सहयोग के माध्यम से लोगों की मदद की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि सहयोग इस बात का एक उदाहरण है कि कैसे लोगों को छोटी राशि एकत्र करके बिना किसी ब्याज के ऋण दिए जाते हैं।
आल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत (पंजीकृत) के अध्यक्ष और प्रख्यात विद्वान डॉ. जफरुल-इस्लाम खान ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मानव जीवन को बचाना बहुत महत्वपूर्ण है और वर्तमान स्थिति इसके महत्व को बढ़ाती है। ताकि हर आड़े वक्त में बचत काम आसके।
कांग्रेस नेता और दिल्ली कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हिदायतुल्ला ने एक सुधारवादी प्रणाली की वकालत करते हुए कहा कि इस्लाम सहित सभी धर्मों में ब्याज को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। इस्लाम में ब्याज लेना और देना दोनों वर्जित हैं। इसलिए, वित्तीय सहायता की एक समावेशी प्रणाली सबसे अच्छा विकल्प है और सहयोग आपसी समर्थन का एक बड़ा माध्यम है। इसलिए, सभी को सहयोग के साथ सहायता करनी चाहिए।
सहयोग अर्बन थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के अध्यक्ष शमसुजोहा ने सहयोग के एक साल के प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सहयोग एक पंजीकृत सरकार द्वारा अनुमोदित संगठन है, इसका सारा काम सरकारी नियमों के दायरे में किया जाता है।
अन्य वक्ताओं में सौरभ शेखर, सैयद तहसीन अहमद और अन्य शामिल थे। अब्दुल मन्नान उपाध्यक्ष सहयोग, निदेशक इरफान अहमद, शम्स तबरेज, निसार अहमद, मुशीर अहमद, फुरकान अहमद, सैयद फैजल और अमरजीत कास्टा थे। आसिफ अंसारी ने सब का धन्यवाद किया जबकि शोएब रजा फातिमी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इसके अलावा कुछ लोगों को स्मृति चिन्ह और चेक भी दिए गए। कार्यक्रम में समाज के गणमान्य लोगों ने भाग लिया।