दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों की आम आदमी पार्टी ने दिया धोखा, अब क्यों जनता दे मौका- केजरीवाल से कांग्रेस के सवाल

Qazai Nizamuddin

नई दिल्ली, 10 जनवरी, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकारां द्वारा दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही प्रताड़ना के संबध में उन्हें न्याय दिलाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन, अ0भा0क0कमेटी के एसएस/एसटी विभाग के चेयरमैन श्री राजेश लिलौठिया और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र पाल गौतम ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल से 10 सवाल पूछे।  श्रीमती रश्मी सिंह मिगलानी और श्री अरुण अग्रवाल भी संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे।
अ0भा0क0कमेटी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन ने कहा कि आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल से पूछा कि देश में अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के खिलाफ़ हिंसा एवं नफ़रत के बढ़ते मामले, उनका दमन किए जाने एवं उन्हें नज़रअंदाज़ किए जाने के ख़तरनाक ट्रेंड्स पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
हमारे संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणराज्य के लोगों की एक आवाज़ के रूप में, कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपकी पार्टी की चुप्पी और क्रियाकलापों ने मुझे असहज किया है। अल्पसंख्यकों, दलितों और आदिवासियों के ख़लिफ़ भाजपा की नफ़रती सोच और द्वेष की भावना तो जग ज़ाहिर है, लेकिन आम आदमी पार्टी से जुड़े ये घटनाक्रम इस बात को लेकर गंभीर सवाल खड़े करते हैं कि क्या आप न्याय, सबको साथ लेकर चलने और सुशासन के प्रति प्रतिबद्ध हैं:

Qazi Nizamuddin 1. जाहंगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक हिंसा पर आपकी चुप्पी
दिल्ली के जाहंगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा के बाद न तो आपने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और न ही पीड़ित एवं असुरक्षित समुदायों के पक्ष में सार्वजनिक रूप से कुछ बोला। दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में आपने चुप्पी क्यों साधे रखी? तब से लेकर अब तक आपने प्रभावित समुदायों की समस्याओं का समाधान करने और उनका विश्वास बहाल करने के लिए क्या कदम उठाए हैं – विशेष रूप से जाहंगीरपुरी और पूर्वी दिल्ली जैसे क्षेत्रों में?
2. दलित मंत्री राजेंद्र गौतम की बर्खास्तगी
जब मुख्यमंत्री रहते हुए आपने दलित नेता राजेंद्र गौतम जी को कैबिनेट से हटाया था तब विरोध के कई स्वर उठे थे और तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की गई थीं, जिनसे यह सवाल उठता है कि क्या आम आदमी पार्टी अपने दलित कार्यकर्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। आख़रि गौतम जी को क्यों हटाया गया था और आप पार्टी एवं सरकार में दलितों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए क्या गारंटी देते हैं?
3. बिलकिस बानो मामले पर मनीष सिसोदिया की शर्मनाक चुप्पी
बिलकिस बानो मामले ने जाति धर्म से परे जाकर देश की संवेदनाओं को झकझोर दिया था। लेकिन तब मनीष सिसोदिया ने उस शर्मनाक घटनाक्रम की निंदा करने या उसपर किसी तरह की टिप्पणी करने से स्पष्ट शब्दों में इंकार कर दिया था। इससे न्याय के प्रति AAP की प्रतिबद्धता को लेकर गंभीर सवाल उठते हैं। उस मामले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने या पीड़िता के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए  AAP  ने क्यों कुछ नहीं किया?
4.  CAA&NRC प्रोटेस्ट के दौरान शाहीन बाग को लेकर आपका बयान
शाहीन बाग में हो रहा प्रदर्शन  CAA  और  NRC   जैसे भेदभाव से भरे कानूनों के ख़लिफ़ शान्तिपूर्ण विरोध का प्रतीक था। लेकिन आपने क्षेत्र को “ख़ाली कराने“ को लेकर जो बयान दिया था, उससे उस दौरान हो रहे प्रदर्शनों की वैधता को लेकर गंभीर सवाल उठे और कमज़ोर समुदायों की आवाज़ और कमज़ोर हुई। क्या नागरिक स्वतंत्रता और असहमति के प्रति AAP का यही दृष्टिकोण है?
5. निजामुद्दीन मरकज का मामला
कोराना महामारी के दौरान निजामुद्दीन मरकज को लेकर जिस तरह से एक समुदाय विशेष को दोषी ठहराया गया, उससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ा। आपकी सरकार ने उस घटना को इस तरह से हैंडल किया जिससे लगा कि एकता की भावना को मजबूत करने की बजाय विभाजन की राजनीति को बढ़ावा दिया गया है। आपकी सरकार ने उस विभाजनकारी नैरेटिव का मुक़ाबला करने और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए क्या किया था?
6. AAP विधायक नरेश यादव की सजा
पवित्र क़ुरान शरीफ़ की बेहदबी मामले में  AA   विधायक नरेश यादव को सजा मिलना गंभीर चिंता का विषय है।  AA  ऐसे विभाजनकारी काम करने वालों को पार्टी में रखने को कैसे जस्टिफाई करती है? क्या पार्टी में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम उठाए गए हैं?
7. पंजाब में दलित उप-मुख्यमंत्री बनाने का अधूरा वादा
पंजाब में दलित उप-मुख्यमंत्री बनाने का आपका वादा अभी तक पूरा नहीं हुआ है। आपने अभी तक अपना यह वादा क्यों नहीं निभाया है और शासन-प्रशासन में दलितों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
8. बाबा साहेब के संग्रहालय का निर्माण रोका जाना
IK गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए डॉ. बी.आर. अंबेडकर संग्रहालय के निर्माण को AAP सरकार के आने के बाद क्यों रोक दिया गया है? इस महत्वपूर्ण परियोजना को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है?
9. SC के छात्रों के लिए पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना में देरी
पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना के तहत अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए फंड जारी होने में देरी हाशिये पर पड़े समुदायों की शिक्षा को लेकर उपेक्षा को दिखाता है। इस समस्या को हल करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
10. AAP में दलितों के प्रतिनिधित्व की कमी
AAP अपने संगठन में दलितों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में लगातार विफल रही है। इस स्थिति को सुधारने के लिए और सामाजिक न्याय एवं समानता के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए आप क्या कर रहे हैं?
अरविंद जी, राजनैतिक पटल पर AAP का उभार साफ़ सुथरी व्यवस्था, सबको साथ लेकर चलने और न्याय के वादे के साथ हुआ था। लेकिन उपर्युक्त कार्रवाइयों (और निष्क्रियताओं) से यह प्रतीत होता है कि आपकी कथनी और करनी में स्पष्ट रूप से अंतर है।
11. जातिगत जनगणना की कांग्रेस की माँग को जहाँ कई राजनीतिक दलों ने समर्थन किया वहीं आज तक आम आदमी पार्टी ने इसका समर्थन क्यों नहीं किया ?
12. आप सरकार में पिछले 10 सालों में भर्ती किए गए सैकड़ों कंसलटेंट व फैलोज़ में कोई भी आरक्षण क्यों नहीं दिया गया और ठेकेदारी प्रथा से एससी एसटी व ओबीसी वर्गों का शोषण क्यों किया जा रहा है ?