गैसड़ी /बलरामपुर (कमर खान)
सपा शासन काल में आम जनमानस को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए डायल 108 व 102 एंबुलेंस सेवा संचालित किया गया था पूर्ववर्ती सपा सरकार की मनसा थी कि 20 मिनट के अंदर ही एंबुलेंस सेवा वीमार व तीमारदारों के दरवाजे पर खड़ी मिलेगी लेकिन वर्तमान समय में स्वास्थ्य सेवाएं व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही हैं बताते चलें कि रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गैसड़ी पहुंचने के लिए प्रसव पीड़िता के पति लाल बाबू ने डायल 108 व 102 पर फोन करके एम्बुलेंस सेवा लेना चाहा फोन पर फोन लगाते रहें किसी तरह एम्बुलेंस द्वारा पीड़िता को गैसड़ी अस्पताल पहुंचाया गया जहाँ मौजूद स्टाफ नर्स पुनीता व मीरा शुक्ला ने जरूरी उपचार किया, लेकिन हालात पहले ही बिगड़ चुकी थी हालात को गंभीर देखते मौजूद स्टाफ नर्स ने तुरंत एम्बुलेंस को बुलाने के लिए परिजनों को सुझाव दिया वहीँ परिजन घन्टो डायल 102 व 108 पर फोन करते रहे लेकिन एम्बुलेंस कन्ट्रोल आफिस द्वारा एसाइन नही दिया जा रहा था जिससे एम्बुलेंस सेवा 20 मिनट में नही मिल सका ऐसे वक्त पर प्रसव पीड़िता की हालात और गम्भीर होती जा रही थी वहीं एम्बुलेंस के लिए परिजन काफी परेशान नजर आते देखा गया काफी नोक झोक एवं जददो जहद के बाद करीब एक घण्टे की देरी से एम्बुलेंस सेवा मिल पाई ।
इस संबंध में परसों पीड़िता किरन के पति लाल बाबू ने एंबुलेंस सेवा कंट्रोल ऑफिस के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि सही समय से एंबुलेंस सुविधा नहीं दी जा रही हैं जिससे मरीज को समय पर एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पा रही है हीलाहवाली के चलते तमाम ऐसे लोगों की जान भी चली जाती है वहीं मौजूद स्टाफ नर्स पुनीता व मीरा शुक्ला ने बताया कि पीड़िता काफी परेशान थी और हालात को नाजुक देखते हुए जिला महिला चिकित्सालय बलरामपुर के लिए रेफर किया गया है।