धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ दुनिया वी तालीम की शिक्षा ज़रूरी : उलेमा

बिडोली सादात के मदरसा अज़मतुल उलूम में सालाना जलसा ,पांच छात्रों व छात्रों की दस्तार बंदी।

झिझाना: 29 जून (मुहम्मद मुस्तकीम सैफी) बिडौली सादात के मदरसा अरबिया इस्लामिया अज़मतुल उलूम में वार्षिक जलसे के अवसर पर पांच छात्रों छात्रों की पवित्र कुरान हिफज पूरा करने पर दस्तारबंदी की गई। इजलास में गांव सहित क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल हुए इस मौके पर दारुल उलूम जलालाबाद के महतमिम मौलाना यामीन ने कहा कि मौजूदा दौर में हर इंसान को दीनी और दुनियावी तालीम मिलनी चाहिए। माता-पिता का कर्तव्य है कि वे अपने बच्चों के पालन-पोषण में सावधानी बरतें। उन्हें पहले धर्म और बाद में सांसारिक शिक्षा के अनुकूल होना चाहिए। मौलाना अजीमुद्दीन ने कहा कि जानबूझ कर किसी को ठेस पहुंचाना इस्लाम के खिलाफ है.बैठक की अध्यक्षता मौलाना इलियास कैरानवी ने की. इस अवसर पर मुफ्ती अकरम द्वारा निज़ामत कर्तव्यों का पालन करते हुए, पवित्र कुरान को याद करने के लिए तीन छात्राओं और दो छात्राओं को सम्मानित किया गया, बैठक के अंत में देश के विकास और सुरक्षा के लिए प्रार्थना की गई इस मौके पर आस मोहम्मद, मौलाना यामीन, कारी अल्ताफ, मौलाना इलियास, मौलाना शौकत, मुफ्ती अकरम, मौलाना अकरम झिंझाना, मौलाना इंतिजार, फजल अली, हाफिज नावेद आदि सहित गांव व क्षेत्र के सैकड़ों मुस्लिमों ने भाग लिया।